रांची, 16 नवंबर: झारखंड ने इस वर्ष अपना 25वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। हालांकि, इस उत्सव का दूसरा दिन सवालों के घेरे में आ गया जब 16 नवंबर को हुए संगीत कार्यक्रम में राज्य के लोकप्रिय स्थानीय कलाकारों को नज़रअंदाज़ कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार, झारखंड के जाने-माने गायक विवेक नायक और नितेश कश्यप जैसे कलाकारों को मंच देने के बजाय बाहर के कलाकारों को भारी रकम पर बुलाया गया। बताया जा रहा है कि इन बाहरी कलाकारों को सिर्फ एक घंटे के कार्यक्रम के लिए मोटी रकम दी गई, जबकि राज्य के अपने कलाकारों को आमंत्रण तक नहीं मिला।
स्थानीय संगीत प्रेमियों का कहना है कि यह झारखंड की कला और संस्कृति के साथ अन्याय है। ऐसे आयोजन का उद्देश्य राज्य की पहचान को और मजबूत करना होना चाहिए, न कि बाहरी कलाकारों को प्राथमिकता देना।
इस अनदेखी से निराश होकर कई झारखंडी कलाकार मुंबई में आयोजित कार्यक्रमों की ओर रुख कर चुके हैं। उनका कहना है कि जब अपने राज्य में उन्हें सम्मान नहीं मिलता, तो वे वहां जाएंगे जहां उनके हुनर की कद्र हो।
स्थानीय कलाकारों और सांस्कृतिक संगठनों ने सरकार से मांग की है कि भविष्य में ऐसे आयोजनों में झारखंड के प्रतिभाशाली कलाकारों को प्राथमिक मंच दिया जाए, ताकि राज्य की सांस्कृतिक गरिमा बनी रहे।
