झारखंड में एक जाति संगठन ने राज्य के मंत्री सत्यानंद भोक्ता और उनके परिवार का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। सूत्रों के अनुसार भोक्ता के पुत्र की जाति से बाहर शादी करने के मद्देनजर खरवार भोक्ता समाज विकास संघ ने यह फरमान जारी किया। संगठन ने इसका कड़ा विरोध किया और कहा कि मंत्री जाति प्रथा को तोड़ रहे हैं।
भोक्ता ने घोषणा को हास्यास्पद बताया और कहा कि बहिष्कार की घोषणा करने वाले खुद समाज से बहिष्कृत हैं। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सदस्य भोक्ता चतरा के रहने वाले हैं। वह झारखंड सरकार में श्रम नियोजन और कौशल विकास मंत्री हैं। 8 दिसंबर को होने वाली शादी से पहले भोक्ता के बेटे मुकेश को आशीर्वाद देने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बुधवार को समारोह में शामिल होंगे।
विवाह कार्यक्रमों से पहले संघ ने बैठक की और कहा कि यह विवाह जाति समाज की परंपराओं को नष्ट करने के लिए है। खुद को संगठन का केंद्रीय अध्यक्ष बताने वाले दर्शन गंझू ने लिखित आदेश जारी कर कहा कि खरवार भोक्ता जाति के लोग मंत्री और उनके परिवार से कोई संबंध नहीं रखेंगे। उन्होंने कहा कि जाति के लोग परिवार में किसी भी शादी या श्राद्ध में शामिल नहीं होंगे, उन्होंने कहा कि आदेश का उल्लंघन करने वालों को समाज से बाहर कर दिया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि कुछ लोग जाति के नाम पर समाज पर एकाधिकार चाहते हैं और समारोह में भोक्ता समाज सहित सभी जातियों और धर्मों के लोग शामिल हो रहे हैं। केंद्र सरकार ने हाल ही में झारखंड की भोक्ता जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने के लिए अधिसूचना जारी की थी, जिसे पहले अनुसूचित जाति का दर्जा प्राप्त था।
अरे भाई क्या दिक्कत है कोई भी जाति का हो। हिंदुस्तान मे जातिवादी को खत्म करना होगा।