झारखंड में 6 वर्षाें बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी का गठन संभव हो सका है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कांग्रेस अध्यक्ष से सहमति मिलने के बाद नई कमेटी की घोषणा की। नई कमेटी में प्रदेश कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं का नाम नहीं है। इस संबंध में पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि संगठन में एक पद-एक व्यक्ति के सिद्धांत का पालन किया जाना है, इसलिए कुछ वरिष्ठ नेता को रणनीति के तहत नई कमेटी में शामिल नहीं किया गया है। इन्हें बोर्ड-निगम और सरकार की अन्य समितियों में शामिल किए जाने पर विचार किया जा रहा है। राज्य में इससे पहले वर्ष 2016 में तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत के समय कांग्रेस कमेटी का गठन हुआ था। लेकिन बाद में प्रदेश अध्यक्ष डॉ0 अजय कुमार करीब डेढ़ साल और डॉ0 रामेश्वर उरांव लगभग ढ़ाई वर्ष तक अध्यक्ष रहे, लेकिन वे अपनी कमेटी नहीं बना सके। बिना कमेटी गठित किए ही, उन्हें पद से हटना पड़ा। वहीं राजेश ठाकुर भी एक साल से अधिक समय बीत जाने के बाद अपनी कमेटी को आलाकमान से मंजूरी दिलाने में सफल हो सके।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी की नई कमेटी में पार्टी के सभी नेताओं को स्थान दिया गया है। इनमें कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, मंत्री रामेश्वर उरांव, मधु कोड़ा, सुखदेव भगत, प्रदीप बलमुचू, डॉ. अजय कुमार, तिलकधारी सिंह, सुबोधकांत सहाय, फुरकान अंसारी, चंद्रशेखर दूबे, केएन त्रिपाठी, धीरज प्रसाद साहू, बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख, दीपिका पांडेय सिंह, प्रणव झा, प्रो. गौरव बल्लभ, रामाश्रय प्रसाद, मन्नान मल्लिक, रौशन लाल भाटिया, अवध बिहारी सिंह, जेपी गुप्ता, हरि राम, जवाहर लाल सिन्हा, दीनाथ तिवारी, राणासंग्राम सिंह, लाल प्रेम प्रकाश नाथ शाहदेव, अशोक श्रीवास्तव, मुजफ्फर हुसैन, गुलाम रब्बानी, रेणुकांत पांडेय, बलराम पांडेय और अंकुल चंद्र मिश्रा शामिल है। इसके अलावा विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में ब्रजमोहन गुप्ता, ललन चौबे, संगीता जायसवाल, अशोक यादव, बद्री राम, रामगोपाल भुवाना, सुरेन राम, सच्चिदानंद चौधरी, एलबी सिंह, निरंजन शर्मा, अशोक सिंह, जगधात्री झा, एनएन सिंह, अंबर राय चौधरी, कमल शहजादा, निर्मला ओझा, मो. नसरीद्दीन, हेमंत महतो, उपेंद्र सिंह, संजय महतो, बेंजामीन लकड़ा, दीनबंधु बोपाई, लक्ष्मण हांसदा, आनंद सिंकू, अमरजीत मिश्रा, सीता राणा, दीपिका बेसरा, अंजुलता देवी, बेबी सिन्हा, इकबाल अंसारी, प्रीति दीवान, रजिउद्दीन खान, तपस चटर्जी और सभी अग्रणी संगठनों और विभागों के प्रदेश अध्यक्ष को भी शामिल किया गया है।