Momentum Jharkhand: मोमेंटम झारखंड का आयोजन करने वाली कंसल्टेंसी फर्म अर्न्स्ट एंड यंग की सेवाएं अब समाप्त कर दी गई हैं। 31 मई कंपनी के कार्यकाल का आखिरी दिन था। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कंपनी को एक्सटेंशन नहीं दिया. अर्न्स्ट एंड यंग के कर्मचारियों ने उद्योग विभाग के सिंगल विंडो रूम में आखिरी दिन बुधवार 31 मई को काम किया।
रघुवर सरकार ने बनाया था सलाहकार (Momentum Jharkhand)
निवेशकों को झारखंड लाने और नीतियों को निवेश अनुकूल बनाने के उद्देश्य से वर्ष 2015 में तत्कालीन रघुवर सरकार ने अर्न्स्ट एंड यंग को सरकार का नॉलेज पार्टनर बनाया था. इस दौरान कंपनी ने उद्योग नीति से लेकर कपड़ा नीति, फुटवियर नीति, क्रय नीति बनाने में सहयोग किया। साथ ही देश-विदेश में रोड शो आयोजित कर झारखंड में निवेशकों को लाने का कार्य भी किया.
वर्ष 2017 में कंपनी की मदद से मोमेंटम झारखंड का आयोजन किया गया था, जिसके एवज में 40 लाख रुपए प्रतिमाह भुगतान किया जाता था। कंपनी के 15 लोग उद्योग विभाग के सिंगल विंडो सिस्टम कार्यालय में काम करते थे। हेमंत सोरेन की सरकार ने मोमेंटम झारखंड विवाद के कारण मार्च 2020 में अर्न्स्ट एंड यंग को हटा दिया था। सीएम ने विभाग से जानकारी मांगी थी कि कंपनी को सलाहकार बनाए रखने से क्या फायदा हुआ। (Momentum Jharkhand)