BPSC exam controversy: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा में कथित अनियमितताओं के विरोध में जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर का आमरण अनशन चौथे दिन भी जारी है। पटना के गांधी मैदान में 2 जनवरी से अनशनरत किशोर की मांग है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अभ्यर्थियों से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान करें। किशोर ने कहा, “जो व्यक्ति 20 साल तक जनता की बात नहीं सुनने का आदी हो, वह 4 दिन में जनता के सामने कैसे समर्पण करेगा।” उन्होंने बिहार की जनता से अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए जागरूक होने और धर्म, जाति से ऊपर उठकर सोचने की अपील की।
इस बीच, अनशन के दौरान किशोर की तबीयत बिगड़ने की खबरें सामने आई हैं। डॉक्टरों के अनुसार, उन्हें डिहाइड्रेशन हुआ है और अधिक पानी पीने तथा ठंड से बचने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने किशोर के अनशन को अवैध करार दिया है, जबकि किशोर ने बीपीएससी परीक्षा में हुई अनियमितताओं की उच्चस्तरीय जांच और पुनर्परीक्षा की मांग की है। उनकी अन्य मांगों में बेरोजगारी भत्ता और प्रतियोगी परीक्षाओं में हुई गड़बड़ियों पर श्वेत पत्र जारी करना शामिल है। किशोर के अनशन को लेकर राजनीतिक हलकों में भी हलचल है, और सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है।