Holi 2025: झारखंड के बोकारो स्थित सुरभि केंद्र सेक्टर चार में कार्यरत महिलाएं होली के अवसर पर पारंपरिक मिठाइयां और स्नैक्स तैयार कर रही हैं। उनकी बनाई गुझिया, गुड़ का ठेकुआ, कचौरी और नमकीन न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी लोकप्रिय हो रही हैं। अमेरिका में रहने वाले एनआरआई और अन्य भारतीय राज्यों के लोग इन पारंपरिक पकवानों को पसंद कर रहे हैं और ऑर्डर देकर मंगवा रहे हैं। महिला समिति बोकारो द्वारा संचालित सुरभि केंद्र न केवल पारंपरिक पाक कला को संजोए हुए है, बल्कि यहां की गरीब और दिव्यांग महिलाएं इससे आर्थिक रूप से सबल हो रही हैं। यहां 28 से अधिक प्रकार के घरेलू उत्पाद बनाए जाते हैं, जिनमें सबसे ज्यादा मांग गुझिया की हो रही है।
समिति की अध्यक्ष अनीता तिवारी के नेतृत्व में यह केंद्र 40 वर्षों से संचालित हो रहा है। महिलाओं को यहां से प्रति माह 4,000 से 5,000 रुपये तक की आय होती है। स्थानीय स्तर पर बिक्री के लिए बोकारो जनरल अस्पताल और अन्य स्थानों पर काउंटर लगाए गए हैं। सुरभि केंद्र की पहल महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ पारंपरिक भारतीय स्नैक्स को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिला रही है। होली पर बढ़ते ऑर्डर से महिलाएं उत्साहित हैं और पूरी मेहनत से अपने उत्पाद तैयार कर रही हैं।