Jharkhand education: प्लस टू राज्य के स्कूलों को वित्त पोषित करना जारी रहेगा। इसके लिए वह अगले वित्त वर्ष में 200 करोड़ रुपये खर्च करने को तैयार है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार प्लस टू (इंटर) की पढ़ाई प्लस टू स्कूलों में कराई जानी है। ऐसे में राज्य के घटक विश्वविद्यालयों में माध्यमिक पढ़ाई बंद रहेगी। विद्यालय शिक्षा एवं साक्षरता विभाग(Jharkhand education) द्वारा विश्वविद्यालयों में माध्यमिक शिक्षा पूर्ण करने की स्थिति में दो विद्यालयों में छात्र-छात्राओं का नामांकन स्वीकार किया जायेगा। इसके लिए स्कूलों को आवश्यक संसाधनों से लैस किया जाएगा।
दो राजकीय विद्यालयों में 2,500 कक्षाएं बनाई जाएंगी। विभाग द्वारा तैयार मसौदे के मुताबिक प्रदेश के 72 कॉलेजों में करीब एक लाख छात्र-छात्राएं नामांकित हैं. इन छात्रों का नामांकन विभाग द्वारा संचालित विद्यालयों में स्थानांतरित किया जाएगा। राज्य में वर्तमान में 635 प्लस टू स्कूल हैं। इनमें से 59 स्कूल अखंड बिहार के समय के हैं।