Jharkhand news: सारंडा के घने जंगल झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम संभाग में स्थित हैं। एक जमाने में नक्सलवाद और उग्रवाद का घना अंधेरा था। अपनी अत्यधिक दुर्गमता के कारण, सारंडा जंगल कभी नक्सलियों के लिए एक सुरक्षित आश्रय स्थल था। रात तो दूर, दिन में भी कोई यहां आने की हिम्मत नहीं कर पाता था। उग्रवाद और नक्सलवाद के साए में सारंड के लोग दशकों से शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास, सड़क और पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। लेकिन अब यहां विकास की रोशनी लौटने लगी है। यहां शिक्षा की ज्योति जग रही है। सीआरपीएफ जवानों ने की पहल।