झारखंड के लातेहार जिले में रविवार देर रात सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में 5 लाख रुपये के इनामी माओवादी कमांडर मनीष यादव मारा गया। यह मुठभेड़ दौनागांव के जंगल क्षेत्र में, महुदांद थाना के अंतर्गत हुई। इस दौरान एक अन्य माओवादी कुंदन खरवार को गिरफ्तार किया गया है।
पलामू रेंज के डीआईजी वाईएस रमेश ने बताया कि मनीष यादव पिछले 12 वर्षों से सीपीआई (माओवादी) में सक्रिय था और उसके खिलाफ 40 से अधिक मामले दर्ज थे। गिरफ्तार माओवादी कुंदन खरवार भी संगठन का जोनल कमांडर है, जिस पर 10 लाख रुपये का इनाम था। उसके पास से दो X-95 ऑटोमैटिक राइफल और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं।
इस अभियान से दो दिन पहले ही जिले में 10 लाख के इनामी झारखंड जन मुक्ति परिषद (JJMP) के प्रमुख पप्पू लोहरा और उसके साथी प्रभात गंझू को भी सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। हाल के दिनों में सुरक्षा बलों द्वारा चलाए जा रहे अभियान में कई कुख्यात माओवादियों का सफाया हुआ है।
डीआईजी रमेश के अनुसार, मनीष यादव और कुंदन खरवार कई बड़ी घटनाओं में शामिल रहे हैं, जिनमें 2013 में बारवाडीह थाना क्षेत्र के अमवाटिकर टोला में हुई मुठभेड़ भी शामिल है, जिसमें 10 पुलिसकर्मी शहीद हुए थे। इस कार्रवाई को सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता माना जा रहा है, जिससे इलाके में माओवादी गतिविधियों पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी।